यहाँ हर कोई मशहूर
हर कोई नशे में चूर
पूरी हो रही ख्वाइश पे ख्वाइश
और अपने नेटवर्थ की नुमाईश
घर, कार, फार्म हाउस, विदेश यात्रा के झंडे
फेसबुक वाले ५००० फ्रेंड,और ट्विटर के फंडे
हर कोई बदल रहा भेस
छुपा रहा कोई ऐसी टेस
जो समझ से परे है
पर चुभन से भरे है
ढलती उम्र और हर फूली हुई साँस
पल पल बढ़ा रही जिसका अहसास
अंत होता अस्त के पूर्व
इस पथ का भले विधान
भीड़ सारी इसी राह पर
झूठी हसी दबी आह पर
© Sudhir Raikar